पंछी मुझे बना दो कान्हा
वंशीवट वट पर करू बसेरा
नित्य ही तुम बजाओ बंसी
गोपियन का लग जाये फेरा
कुञ्ज-गलिन में घूमे मिलकर
यमुना तट पर करे बसेरा
फोड़े मटकी मिलकर हम-तुम
माखन का लग जाये ढेरा
और रहे ना हसरत बाकी
बस मिल जाये साथ जो तेरा
बाके बिहारी ये अर्जी मेरी है
इससे आगे मर्जी तेरी है।
जय श्री कृष्णा
बाके बिहारी लाल की जय
जय जय श्री राधे !!!!
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