मेरे मन का गीत
मैं हिन्द का निवासी हूँ, हिंदुत्व मेरा धर्म है, राज-भाषा का प्रहरी हूँ, हिंदी सेवा मेरा कर्म है।
शनिवार, 9 अप्रैल 2016
प्रेम ना होता अगर जग में
प्रेम ना होता अगर जग में शायद भगवान नहीं होते,
राधा ना होती जग में मीरा के श्याम नहीं होते,
ना कोई वंशी-वट होता, वृँदावन धाम नहीं होते ।
मनोज यादव
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