शनिवार, 7 मई 2016

कालिया दमन घाट, वृन्दावन







कालिया  दमन  घाट, वृन्दावन 

कालीयदमनघाट-  इसका  नामान्तर  कालीयदह  है।  यह  वराहघाट  से  लगभग  आधे  मील  उत्तर  में  प्राचीन  यमुना  के  तट  पर  अवस्थित  है।  यहाँ  के  प्रसंग  के  सम्बन्ध  में  पहले  उल्लेख  किया  जा  चुका  है।  कालीय  को  दमन  कर  तट  भूमि  में  पहुँच  ने  पर  श्रीकृष्ण  को  ब्रजराज  नन्द  और  ब्रजेश्वरी  श्री  यशोदा  ने  अपने  आसुँओं  से  तर-बतरकर  दिया  तथा  उनके  सारे  अंगो  में  इस  प्रकार  देखने  लगे  कि  'मेरे  लाला  को  कहीं  कोई  चोट  तो  नहीं  पहुँची  है।'  महाराज  नन्द  ने  कृष्ण  की  मंगल  कामना  से  ब्राह्मणों  को  अनेकानेक  गायों  का  यहीं  पर  दान  किया  था।

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