मेरे मन का गीत
मैं हिन्द का निवासी हूँ, हिंदुत्व मेरा धर्म है, राज-भाषा का प्रहरी हूँ, हिंदी सेवा मेरा कर्म है।
मंगलवार, 10 मई 2016
कान्हा कितने प्यारे
छोड़ के पानी राधा रानी
कान्हा को निहारे
सोच रही यह बैठी बैठी
कान्हा कितने प्यारे
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