गुरुवार, 4 मई 2017

वफ़ा ना कर बैठे !!!




ख़्वाब - ओ - हकीकत  में  फासला  ना  कर  बैठे
पलकें  हमारी  झपक  कर  ये  गुनाह  ना  कर  बैठें
हम  तो  समझाते  रहते  हैं  अपने  दिल  को  बहुत
उनकी  नजरों  से  उलझ  कर  वफ़ा  ना  कर  बैठे।

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